Dear Readers.
Here i present my new hindi poem/song. I just wrote today. Hope you will enjoy it.
ओ मेरे पिया तुझे ढूंढे जिया
तुझे ढूंढे जिया ओ मेरे पिया
जहा भी जाओं ढूंढे तुझे जिया
जहा भी जाओं बस तुझे ही खोजे अंखिया
तुझसे यह केसी प्रीत लगाई
प्रीत लगा के खुदको भुलाया
अब बस तेरी याद में खोया
ओ मेरे पिया तुझे ढूंढे जिया
ओ मेरे पिया तुझे ढूंढे जिया
जब नैनो के तू वाण चलाये
दिल मेरा घायल हो जाए
तेरे दर्द से यह टुटा, फिर भी यह तुझको चाहे
तुझे बुलाये, तुझे पुकारे
ओ मेरे पिया तुझे ढूंढे जिया
ओ मेरे पिया तुझे ढूंढे जिया
प्रीत की यह रूट फिर से आई, सावन बरसे, बरसे नैना
बरस रहे मेघा, बरस रहे नैना
भीगा जाये यह दिल हाय
भीगा जाये यह मन हाय
तेरी याद में, तेरी बातों में, तेरे ख्वाबो में दिल ढूबा जाये
ओ मेरे पिया तुझे ढूंढे जिया
ओ मेरे पिया तुझे ढूंढे जिया
अब तोह आजा मेरे पिया, प्यास भुझा जा
ओ मेरे पिया... ओ मेरे पिया
तू अब तोह आजा यह दूरी घटा जा
सावन की तरह झूम के बरश जा
ओ मेरे पिया ओ मेरे पिया... तुझे ढूंढे जिया
तुझे ढूंढे जिया ओ मेरे पिया... ओ मेरे पिया
- नवनीत सिंह चौहान
PS - This is just a poem. A work of fiction. It has no correspondence with my real life :-)
Regards,
Navneet Singh Chauhan